
मध्यप्रदेश चुनाव ज्यों-ज्यों ही नजदीक आ रहा है, त्यों-त्यों राजनैतिक सरगर्मियां तेज हो रही हैं। लगभग 20 साल से भाजपा मध्यप्रदेश की काम संभाल रही है, जबकि देश की सबसे पुरानी पार्टी को गद्दी पाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगन पड़ रहा है । कांग्रेस की सबसे कमजोर कड़ी इसका शीर्ष नेतृत्व और दिशाहीन विचारधारा के साथ तुष्टिकरण व देशविरोधी ताकतों का समर्थन करना है।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार लंबे समय तक रही किंतु कांग्रेस ने भ्रष्टाचार और अपना घर भरने के अलावा कुछ नही किया। आज जब केंद्र और राज्य दोनों जगह भाजपा की डबल इंजन की सरकार लगातार योजनाएं चलाकर अधिक से अधिक नागरिकों तक अपनी पहुंच को बरकरार रखते हुए, मजबूती से आगे बढ़ रही है। हालांकि कांग्रेस को इस बात का आभास है कि पिछली सरकार को तोड़कर भले ही भाजपा ने सरकार बना ली हो किंतु इस बार सरकार बनीं तो कोई तोड़ फोड़ नहीं होगी। हालांकि कांग्रेस का यह मानना सच साबित हो पाता है या भाजपा की विकास परक नीतियों के आगे एक हसीं ख्वाब बस रह जाएगा, यह तो चुनाव परिणाम ही बता पाएंगे।
हाल फिलहाल यदि प्रदेश के भीतर के माहौल को टटोलें तो पता चलता है कि जनता अभी भी भाजपा के साथ है, मोदी के साथ है।
हमने मध्यप्रदेश की जनता का मिज़ाज परख कर यह जानने की कोशिश की तो ज्ञात हुआ कि उनका ऊंट फिलहाल किसी भी करवट नहीं बैठ रहा है, हालांकि ज्यादातर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के विकास की बहार है और वहां की जनता के हिसाब से ऊंट भाजपा की करवट ही बैठ रहा है।
मध्यप्रदेश शासन के नगरीय विकास और आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह के निर्वाचन क्षेत्र खुरई में तो कांग्रेस का सूपड़ा साफ़ है जनता सिर्फ भाजपा के साथ है। खुरई में जनता से प्रश्न पूछ पाना भी मुश्किल लगता है, क्योंकि उनके जवाब सीधे यही होते हैं कि हम विकास को वोट करेंगे, हम भाजपा को वोट करेंगे। अभी तक हमें अभाव में रखने वालों को हम कभी भूल नहीं सकते, और 10 सालों में हुए विकास को तो हम भुला दें यह हमारा ज़मीर होने नहीं देगा। हमारे विधायक भूपेंद्र भैया ने जो मात्र दो कार्यकाल में कर दिए वो खुरई में कोई सपने मेभी सोच नहीं सकता था। कभी बीहड़ और वीरान पड़े कबीलेनुमा खुरई को आज विकास का आदर्श मॉडल बनाने वाले विकास पुरुष पर खुरई को बहुत गर्व है। खुरई में आज शहरों से सुंदर पार्क हैं, बड़े – बड़े खेल मैदान हैं, मंदिर हैं, हर समाज के अपने सामुदायिक भवन हैं, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स हैं, शॉपिंग सेंटर्स हैं, महिलाओं को सम्मान है, हर योजना का लाभ पात्र परिवारों को मिल रहा है। हर गरीब को पक्का घर, जमीन के पट्टे, नि:शुल्क दवाईयां, दिव्यांग को सहयोग, स्व सहायत समूह से गांव की महिलाओं को रोजगार, बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त स्कूल और कोचिंग सेंटर्स, महिलाओं और बेटियों के लिए प्रशिक्षण केंद्र, किसानों के लिए बेहतर संसाधन और भी बहुत कुछ! सड़क और अस्पताल भी ऐसे कि शहर भी कायल हो जाएं।
एक सच्चे जनप्रतिनिधि को जनता भला कैसे छोड़ देगी और उनके लिए जो बस गरीब का हक छीनकर, जनता का अधिकार छीनकर अपना घर भरने वाले भ्रष्टाचारी हों, जिनकी बात पर भरोसा करना भी मुनासिब नहीं है।