
मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा महर्षि श्री अरविन्द के जयंती के उपलक्ष्य में जिला पंचायत सभागार में व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि जन अभियान के उपाध्यक्ष श्री विभाष उपाध्याय ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया एवं सभी जिले से पधारे प्रतिनिधियों को मार्गदर्शन दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष श्री हीरा सिंह राजपूत ने महर्षि अरविंदो के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के साथ उनके आध्यात्मिक जीवन और दर्शन पर प्रकाश डालते हुए जन अभियान परिषद द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की।
कार्यक्रम में डॉ नरेंद्र चौरसिया विवेकानंद केंद्र भोपाल ने महर्षि श्री अरविंद की जीवनी एवं विचारधारा तथा महर्षि अरविंद के जीवन वृतांत पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि महर्षि अरविंद घोष एक योगी एवं दार्शनिक थे जिनका जन्म कोलकाता में हुआ था। उन्होंने युवावस्था में ही स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारी के रूप में भाग लिया। किंतु बाद में वह एक योगी बन कर समाज में एकता स्थापित करने का कार्य करते हुए पांडुचेरी में आश्रम स्थापित किया।
श्री उपाध्याय ने महर्षि अरविंद के व्यक्तित्व और उनके द्वारा समाज के प्रति योगदान एवं लोगों के बीच महर्षि अरविन्द की प्रतिभा, स्वाधीनता में उनके योगदान के बारे में जानकारी दी एवं आजादी के अमृत महोत्सव अंतर्गत शासन द्वारा देश एवं प्रदेश में चलाए जाने वाले महत्वपूर्ण अभियानों कार्यक्रमों एवं आत्मनिर्भर भारत आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के बारे में प्रकाश डाला। संभाग समन्वयक जन अभियान परिषद श्री दिनेश उमरैया ने संभाग स्तरीय आयोजित व्याख्यानमाला कार्यक्रम की प्रस्तावना रखी। आभार जिला समन्वयक श्री के. के. द्वारा किया गया एवं अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान जिला समन्वयक द्वारा किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पी.सी. शर्मा, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री चंद्र प्रकाश शुक्ला, श्री अनिल रैकवार, श्री कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन, महिला श्रम शक्ति के अध्यक्ष श्रीमती रेखा राजपूत एवं विकासखंड समन्वयक सहित अधिकारी, कर्मचारी, नवांकुर संस्थाओं के प्रतिनिधि, मुख्यमंत्री नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम के मेंटर्स एवं छात्र, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं नगर के गणमान्य नागरिक शामिल हुए। श्री एम. डी. त्रिपाठी पूर्व प्राचार्य द्वारा कार्यक्रम का संचालन एवं कार्यक्रम का प्रारम्भ दुर्गा श्रोत पाठ के साथ एवं समापन वंदे मातरम गीत से किया गया।